Search for:
  • Home/
  • Uncategorized/
  • फर्जी बिल लगा,निर्माण कार्य से पहले ही निकाली शासकीय राशि, नियमों की खुल्लेआम अव्हेलना,सरपंच की पत्नी का वेंडर,ग्राम पंचायत पाटनगढ़ का मामला

फर्जी बिल लगा,निर्माण कार्य से पहले ही निकाली शासकीय राशि, नियमों की खुल्लेआम अव्हेलना,सरपंच की पत्नी का वेंडर,ग्राम पंचायत पाटनगढ़ का मामला

डिंडोरी हर पहर खबर गांव शहर । जिले में पदस्थ कुछ जिम्मेदारों के द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शासकीय राशि का पंचायत के नुमाइंदों के संग मिली भगत कर फर्जी बिल लगा हड़पने का कार्य कर रहे है जिस पर फिलहाल अंकुश लगता नजर नहीं आ रहा ग्रामीणों के व्दारा जिन्हें अपने वोट से पंचायत कि जिम्मेदारी सौपी वही जिम्मेदार खुलकर भ्र्ष्टाचार विभागीय भृष्ट अधिकारी के संग मिल पंचायतों को लूट रहे हैं पंचायत प्रतिनिधि के व्दारा पंचायत में निर्माण कार्यों के लिए स्वीकृत कराई गई राशि पर अपनी नजर गड़ा उसे ही गलत तरीके से डकारने का कार्य कर रहे हैं ताजा मामला करंजिया जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत पाटनगढ़ का है जहां चबूतरा निर्माण कार्य के लिए 197000 स्वीकृत कराए गए बिना निर्माण कार्य कराए ही फर्जी बिल लगाते हुए 73000 रुपये कि राशि आहरण कर ली गई ग्राम पंचायत सरपंच के द्वारा अपनी पत्नी के नाम का वेंडर लगाया गया है जबकि जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के स्पष्ट निर्देश आदेश हैं कि जिन लोगों के वेंडर पूर्व से बने हुए हैं उन वेंडर पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन पंचायत के चूने हुए जनप्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद अपना या परिजनों का वेंडर बनवाते हैं वे पंचायत में कार्य नही कर सकते क्योंकि वह वेंडर मान्य नहीं होगा लेकिन ग्राम पंचायत पाटनगढ़ के सरपंच चंद्र विजय कुशराम के द्वारा शासकीय निर्देशों का पालन न करते हुए उन्हें ताक पर रख अपनी पत्नी उर्मिला के नाम वेंडर बनवा कर पंचायत में सप्लायर के तौर पर कार्य लेते हुए भ्रष्टाचार कर रहे है

भंडार क्रय अधिनियम का सरपंच सहित पंचायत के जिम्मेदारों ने किया खुला उल्लंघन

बतला दे की ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा बिना जीएसटी,टिन नम्बर का बिल लगाते हुए 73000 की निकासी पंचायत के खाते से कर ली है जबकि जानकारों की माने तो विभागीय निर्देश यह है कि ₹20000 तक की निकासी पर टिन एंव जीएसटी नंबर की आवश्यकता नहीं होती लेकिन ₹20000 से अधिक की राशि निकासी पर टीन एवं जीएसटी नंबर की आवश्यकता होती है पंचायत की जिम्मेदारों के द्वारा लगाए गए शासकीय राशि निकासी के दौरान बिल में देखा जा सकता है कि किसी भी प्रकार से ना तो टीन नंबर है और ना ही जीएसटी नंबर स्पष्ट है कि पंचायत के सरपंच भंडार क्रय अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन करते हुए शासकीय राशि को फर्जी बिल लगा आहरण कर रहे हैं

उपयंत्री संदीप शुक्ला का चेहरा भ्र्ष्टाचार का चेहरा

बतला दें कि वर्तमान में उपयंत्री संदीप शुक्ला करंजिया जनपद पंचायत क्षेत्र के रूसा कलस्टर में पदस्थ है इनके व्दारा पूर्व में डिंडोरी जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत घानाघाट कलस्टर में दायित्व सम्हालने के साथ ही नेवसा कलस्टर का प्रभारी नियुक्त गया था इस दौरान संदीप शुक्ला ने पंचायतों में जमकर भ्रष्टाचार मचाए रखा उपयंत्री शुक्ला के द्वारा ग्राम पंचायत देवरा में भी मजदूरी भुगतान के नाम पर 1,44000 से अधिक कि राशि गलत तरीके से आहरण करने के आरोप लगे थे जिस मामले पर आर ई एस विभाग के व्दारा आज तक ना तो जांच टीम गठित की गई और ना ही किसी भी प्रकार की कार्यवाही संबंधित उपयंत्री के ऊपर की स्पष्ट है भृष्ट उपयंत्री बढ़ा रसूख रखता है अपनी इसी पहुंच के चलते भ्र्ष्टाचार करने के बावजूद पाक साफ बना हुआ है वहीं अब भ्रष्ट उपयंत्री संदीप शुक्ला करंजिया क्षेत्र में अपना रंग दिखा रहा है और पंचायत के नुमाइंदों को अपने संग ले शासकीय राशि को गवन करने के कार्य में लगा हुआ है

Leave A Comment

All fields marked with an asterisk (*) are required

error: Content is protected !!