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आखिर कब मिलेगा बैगा परिवारों को स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत शौचालय का लाभ 8 वर्षों से हितग्राही जोह रहे बाट

ग्राम पंचायत पौड़ी माल में वर्षों से हो रहा भ्रष्टाचार कौन-कौन है सम्मिलित

डिंडोरी हर पहर खबर गाँव शहर । डिंडोरी जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत पौड़ी माल में निवासरत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले आदिवासी बैगा परिवारों के पात्र हितग्राहियों के लिए स्वीकृत हुए शौचालयों में से आज भी 16 शौचालय भ्र्ष्टाचार कि भेंट चढ़े होने के चलते हितग्राहियों को नही मिल सके जो की जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली को दर्शाता है बतला दे कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को शंहशाहपुर गाँव में पहुंच अपने हाथों से शौचालय कि नींव रख स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि यूनिसेफ कि रिपोर्ट बताती हैं अगर घर में टॉयलेट हैं तो बीमारी पर खर्च होने वाला सालाना 50 हजार रुपए बच जाता है । इस मिशन का मुख्य उद्देश्य सार्वभौमिक स्वच्छता कवरेज प्राप्त करना और हर ग्रामीण परिवार को शौचालय उपलब्ध कराना था लेकिन डिंडोरी में पदस्थ प्रशासनिक सेवा दारो ने प्रधानमंत्री की जनहितैषी योजना का लाभ पाने से ग्रामीण पात्र हितग्राहियों को वंचित कर दिया जो की एक बड़े सवाल को खड़ा करता है

वर्षों बाद भी पात्रों को क्यों नही मिला स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत शौचालय का लाभ

बतला दे ग्राम पंचायत पौड़ीमाल अंतर्गत ग्राम गौयरा के 10 हितग्राहि,नये गाँव के दो हितग्राही एंव पौड़ी माल के चार हितग्राहियों को आज भी प्रसाधन (निष्तार)के लिए खेत या जंगल की ओर मजबूरीवस रुख करना पड़ रहा है कारण स्पष्ट है इन सभी हितग्राहियों को स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत शौचालय घरों में बनवाने के लिए जो राशि शासन द्वारा इनके खातों तक पहुंचाई गई उस राशि को तत्कालीन रोजगार सहायक भगत लाल हतेश्वर ग्राम पंचायत पौड़ीमाल के द्वारा अपनी धर्मपत्नी कृष्णाबाई के नाम पर फर्जी वेंडर तैयार कर आरटीजीएस करा हड़प लिया जिसकी भनक ग्राम पंचायत के भोले वाले बैगा आदिवासियों को भी नहीं लगी और सभी ग्रामीण शौचालय निर्माण के लिए शासन द्वारा प्राप्त होने वाली राशि का इंतजार करते रहे बतला दे ग्राम पंचायत के तत्कालीन रोजगार सहायक भगत लाल हतेश्वर के द्वारा प्रदेश सरकार की अनेकों महत्वपूर्ण योजनाओं में पात्र हितग्राहियों को लाभ दिलाने के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार कर खुद को फायदा पहुंचाया गया है

तत्कालीन रोजगार सहायक भगत लाल हतेश्वर ने आय से अधिक संपत्ति की अर्जित

ग्राम पंचायत पौड़ी माल मैं पदस्थ रहे तत्कालीन रोजगार सहायक भगत लाल के द्वारा विभागीय जिम्मेदारों संग मिली भगत कर आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है जिसकी जांच विभागीय अधिकारियों के द्वारा नहीं की गई जो दर्शाता है कि रोजगार सहायक भगत लाल और ग्राम पंचायत एवं जनपद पंचायत के अधिकारियों में जय वीरू की जोड़ी के तहत समावेश रख भ्रष्टाचार किया गया रोजगार सहायक भगत लाल के द्वारा लगभग 30 से 35 लाख रुपए का मकान, एक फोर व्हीलर कार,एवं ट्रैक्टर,जमीन,मोटरसाइकिल, अवैध रूप से आयकर अर्जित किया गया है जबकि प्रशासनिक सेवा में कार्य करते हुए इतने वर्षों में इनका मानदेय भी प्रशासनिक स्तर पर नहीं बनता जितना वर्तमान में रोजगार सहायक अर्जित कर चुका है

610 शौचालय पात्र हितग्राहियों में 24 बैगा आदिवासियों से हुई ठगी

ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक भगत लाल हतेश्वर के द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शौचालय पात्र हितग्राही सूची में आठ मृतकों के नाम को जोड़कर उन्हें पात्र हितग्राही दर्शाया जिसकी जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को ग्रामीणों की शिकायत के बाद प्राप्त होने पर जांच टीम गठित करते हुए पाया गया कि तत्कालीन रोजगार सहायक भगत लाल हतेश्वर के द्वारा 610 शौचालय स्वीकृति में से 24 हितग्राहियों को शौचालय निर्माण के लिए राशि प्राप्त नहीं हुई इन सभी हितग्राहियों के खाता से रोजगार सहायक ने अपनी पत्नी कृष्णा बाई का फर्जी वेंडर तैयार कर उसके खाते में ट्रांसफर कर दी जिस पर जांच टीम ने ग्रामीणों की शिकायत को सत्य पाते हुए जांच प्रतिवेदन वरिष्ठ अधिकारियों को प्रस्तुत कर अग्रिम कार्यवाही के लिए अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया मामले पर कार्रवाई करते हुए तत्कालीन रोजगार सहायक को निलंबित करने की कार्यवाही कर उससे 24 शौचालय की राशि वसूली की कार्यवाही की गई रोजगार सहायक भगत लाल हतेश्वर के द्वारा किए गए कृत्य का परिणाम 8 वर्षों बाद भी ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है जिन्हें आज तक स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत शौचालय का लाभ प्राप्त नहीं हो सका है ग्रामीणों को आज भी प्रसाधन (निष्तार)के लिए जंगल कि ओर रुख करना पड़ता है जिसमें ग्रामीण महिलाओं वृद्ध जनों एवं बच्चियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो वही जंगली जानवरों का भय भी ग्रामीणों को इस दौरान बना रहता है अनेकों बार प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष शिकायत होने के बावजूद आज तक बैगा आदिवासी पात्र हितग्राही परिवारों को शौचालय का लाभ नहीं मिल सका है

एक मामले में इतना भ्रष्टाचार निष्पक्ष होगी जांच तो बड़ा होगा खुलासा

विभागीय सूत्रों की माने तो ग्राम पंचायत पौड़ी माल के तत्कालीन रोजगार सहायक भगत लाल हतेश्वर के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का खुलासा केवल एक ही योजना स्वच्छ भारत मिशन पर हुआ है अगर विभागीय स्तर पर निष्पक्ष जांच होती है तो बड़े खुलासे से इनकार नहीं किया जा सकता साथ ही रोजगार सहायक को शह देने वाले कुछ विभागीय जिम्मेदार सफेद पोश लोग भी भ्रष्टाचार की लिस्ट में सम्मिलित नजर आएंगे बतला दे लंबे समय से ग्राम पंचायत पौड़ी माल भ्रष्टाचार का गढ़ बनी हुई है जिसमें फर्जी बिलों के माध्यम से शासकीय राशि को हड़पने का कार्य जिम्मेदारों के द्वारा किया जा रहा है देखना यह होगा कि इस मामले पर विभागीय अधिकारी कब तक और क्या संज्ञान लेते हैं और आखिर कब तक ग्राम पंचायत पौड़ीमाल भ्रष्टाचारियों के लिए कुबेर का खजाना बनी रहेगी जिस पर लगाम कब जिम्मेदार कसेंगे


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