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सी एम राइज विद्यालय नरिया में समर कैंप: बच्चों ने बढाई अपनी रचनात्मकता और कौशल

डिंडोरी हर पहर खबर गाँव शहर । जनजातीय कार्य भोपाल के निर्देशानुसार पीरामल फाउण्डेशन के सहयोग से कलेक्टर एवं सहायक आयुक्त के मार्गर्शन मैं सी एम राइज विद्यालय नरिया में सह्रदय सीखे, सृजन करें एवं समाज से जुडे थीम पर आयोजित 10 दिवसीय समर कैंप का समापन दिनांक 30 अप्रैल 2025 को हुआ । समर कैम्प में विद्यार्थियों के विषय ज्ञान एवं पारंपरिक कौशल के अलावा 21 सदी के कौशलों जिसके माध्यम से रचनात्मकता, सहयोग, संचार, अनुकूलता जैसे कौशल का उपयोग कर समझदारी से समस्याओं का हल निकालनेे, समूह में प्रभावी रूप से काम करने, विचारों का स्पष्ट रूप से व्यक्त करने और प्रोद्योगिकी के आत्म विश्वासपूर्वक उपयोग करने की क्षमताओं को विकसित करने में सहायता मिली ।
समर कैम्प में विद्यार्थियों ने पाटनगढ के चित्रकार देवलाल तेकाम से गौडी चित्रकला, लालपुर के बहादुर सिंह एवं जयंती बाई से गौडी नृत्य, सेला, करमा एवं तरूणा भालेकर से हस्तकला, पंचवती एवं सरिता से क्ले आर्ट और शैलेन्द्र तिवारी एवं चमरू सिंह धुर्वे से स्थानीय खेलों सीखें।
प्रतिदिन समर कैम्प का शुभारंभ मॉ सरस्वती के पूजन, प्रार्थना के पश्चात श्री मुकेश लोधी द्वारा योग प्राणायाम, एवं व्यायाम से होता है । इस समर कैंप में बच्चों ने विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया और अपनी रचनात्मकता और कौशल का प्रदर्शन किया। गौडी चित्रकला और हस्तकला के माध्यम से बच्चों ने अपनी कल्पनाशीलता को बढ़ावा दिया, जबकि गौडी नृत्य ने उन्हें पारंपरिक संस्कृति से जोड़ने का अवसर प्रदान किया।
स्कूल के प्राचार्य ने कहा, हमें अपने बच्चों की प्रतिभा और रचनात्मकता को देखकर गर्व है। यह समर कैंप बच्चों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सीखने और विकसित करने का अवसर प्रदान करता है।

समापन समारोह में सुरेन्द्र सिंह महदेल ने कहा कि बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया , बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से सीखने और विकसित करने का अवसर प्रदान किया।
समापन समारोह में बच्चों ने अपने द्वारा सीखी गई कलाओं और कला विधाओं का प्रदर्शन किया, जिसमें गौडी चित्रकला से लेकर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियाँ शामिल थीं। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य बंशबहोर द्विवेदी, प्रधानपाठक प्रवीण सोनकिया शिक्षकगण मूलचंद मरावी, लक्ष्मण परस्ते, सुचेता झारिया, ज्योति परस्ते, निधि पवैया, सुनीला मार्को, लम्मू परस्ते, दिवेश बरकड़े और अभिभावक भी उपस्थित थे, जिन्होंने बच्चों की मेहनत और प्रतिभा की सराहना की। बच्चों ने विभिन्न प्रकार की कलाएँ सीखी और इनसे जुड़े स्थानीय खेलों का अनुभव भी प्राप्त किया, जिससे उनके शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा मिला। समापन समारोह में छात्रों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

समर कैंप के अंत में बच्चों के चेहरों पर खुशी और उत्साह स्पष्ट था, जो इस बात का प्रमाण है कि इस प्रकार के आयोजनों का बच्चों के विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान होता है।

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