सरपंच कि देन भ्र्ष्टाचार कि भेंट चढ़ी लाखों की लागत से बनी नाली, एक वर्ष में ही हुई क्षतिग्रस्त:ग्राम पंचायत पाटन गढ़
डिंडोरी हर पहर खबर गाँव शहर । जिले के करंजिया जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत पाटनगढ़ में पंचायत के जिम्मेदार सरपंच व्दारा ग्राम पंचायत के ऊपर टोला वार्ड नं 07 में 2024-25 में लाखों की लागत से नाली निर्माण कार्य कराया लेकिन एक वर्ष के अंदर ही लाखो कि लागत से कराए गए नाली निर्माण ने सरपंच के व्दारा कराए गए कार्य कि पोल खोल कर रख दी एक वर्ष के अंदर ही नाली क्षतिग्रस्त हो गई जिससे स्पष्ट हो गया कि सरपंच ने नाली निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल नही रखा और नाली भ्र्ष्टाचार कि भेंट चढ़ गई जिसके चलते बारिश का पानी मार्ग पर बहता रहता है जिससे आवागमन में ग्राम वासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है वही ग्राम पंचायत पाटन गढ़ सूत्र के व्दारा बतलाया गया कि सरपंच चन्द्र विजय कुशराम लगातार पंचायत में अपनी मर्जी चला कार्य करवा रहे हैं गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य होने से जहाँ शासकीय राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है तो वही ग्रामीणों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है सूत्र ग्राम वासी तो यहाँ तक खुलासा करते हैं कि ग्राम पंचायत में चबूतरा निर्माण के लिए एक लाख सन्तानवे हजार रुपये स्वीकृत कराए गए लेकिन चबूतरा निर्माण से पहले ही सरपंच ने 73000 हजार रुपए गलत तरीके से बिल लगा आहरण कर लिए जबकि अभी तक चबूतरा निर्माण कार्य सुरु भी नही हुआ है ग्रामीण बतलाते हैं कि जिस स्थान पर सरपंच के व्दारा चबूतरा बनबाने कि बात कही जा रही हैं उस स्थान पर ग्रामीण चबूतरा निर्माण नही चाहते अब सरपंच चन्द्र विजय कुशराम के सामने समस्या यह खड़ी हो चुकी है जिस चबूतरा निर्माण के नाम पर पहले ही 73000 हजार गवन कर लिया अगर ग्रामीणों ने इसकी जानकारी मांगी तो किए गए भ्र्ष्टाचार पर से पर्दा उठ सकता है बरहाल दोनों मामलों को लेकर जब क्लस्टर उपयंत्री संदीप शुक्ला से मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो साहब के व्दारा कॉल रिसीव नही किया गया ये वही संदीप शुक्ला है जिन्होंने डिंडोरी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत देवरा में फर्जी मस्टरोल रोजगार सहायक की मदद से जारी कर एक लाख से अधिक की शासकीय राशि का गवन कर लिया जिसकी जाँच विभागीय अधिकारियों के व्दारा कराया जाना जरूरी नही समझा गया स्पष्ट होता है विभागीय स्तर पर उपयंत्री संदीप शुक्ला दमदार पेंठ रखते हैं इसलिए अभी तक जितने भी भ्र्ष्टाचार के आरोप संदीप शुक्ला पर लगे हैं उन सभी मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है
नाली निर्माण की जानकारी क्यो नही दे रहे जिम्मेदार
ग्राम पंचायत पाटन गढ़ के प्रभारी सचिव इंद्रपाल पेन्द्रों से जब 2024 में पंचायत सरपंच के व्दारा करवाये गए नाली निर्माण की जानकारी मांगी गई तो पंचायत प्रभारी सचिव साहब ने कहा की नाली लगभग 85 मीटर के लगभग स्वीकृत है पक्की जानकारी नही है नाली निर्माण के दौरान स्वीकृत राशि कि भी जानकारी स्पष्ट रूप से नही है दो ढाई लाख कि लागत रही है सही जानकारी नही है स्पष्ट है गोल मोल जवाब दे मामले से पलड़ा झाड़ते हुए नजर आए प्रभारी सचिव ग्रामीण सूत्रों ने जानकारी देते हुए कहा कि पंचायत में करवाये जाने बाले निर्माण कार्यों में पंचायत प्रधान के व्दारा भ्र्ष्टाचार किया गया है जिसे व्या करने कि हिम्मत पंचायत प्रभारी सचिव नही कर पा रहे हैं जबकि पंचायत में अधिकत्तर करवाए गए कार्य सरपंच व्दारा ही पूर्ण कराए गए हैं वही सरपंच चंद्र विजय कुशराम ने अपनी पत्नी के नाम वेंडर भी बना रखा है पंचायत सरपंच खुद को फायदा पहुंचाने के चलते निर्माण कार्यों की निविदा जारी भी नही करवा रहे हैं