ग्रामीणों को आगे कर कॉलोनाइजर की सड़क मांग, हाइवे चक्का जाम से फायदा लेने जुगत: जनचर्चा
डिंडोरी हर पहर खबर गाँव शहर । जिला मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर जोगी टिकरिया पुल के समीप मुख्य मार्ग से सुख्खार रैयत पहुंच मार्ग की मांग ग्रामीणों के द्वारा लंबे समय से की जा रही थी जहां मांग पूरी न होने के चलते ग्रामीण सोमवार की सुबह 8:00 बजे से मुख्य मार्ग पर बैठ गए ग्रामीणों के द्वारा उठाए गए इस कदम से मार्ग के दोनों ओर वाहनों के पहिए थम गए जिसके चलते जबलपुर मुख्य मार्ग हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार लग गई देखते ही देखते ग्रामीण भारी संख्या में हाईवे पर एकत्रित हो गए और अपनी मांग को लेकर प्रशासनिक जिम्मेदारों के प्रति नाराजगी दर्ज कराते रहे । उपस्थित महिलाओं के द्वारा डिंडोरी कलेक्टर नेहा मारव्या को मौके पर बुलाने की मांग कि गई ग्रामीणों के द्वारा यह भी बतलाया गया कि पूर्व में उन्होंने अनेकों बार जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कर अपनी समस्या से जिले के अधिकारियों को अवगत कराया था जनसुनवाई में भी आवेदन दिया जा चुका है लेकिन आज तक ग्रामीणों की मांग पर गंभीरता पूर्वक ध्यान जिम्मेदारों के द्वारा नहीं दिया गया जिसके चलते प्रशासनिक जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली से नाखुश हो ग्रामीण हाईवे पर अपनी मांग को लेकर बैठ गए ग्रामीणों के द्वारा किए गए चक्का जाम की जानकारी जब डिंडोरी कोतवाली प्रभारी को लगी तो वे तत्काल मौके पर बल के साथ पहुंचे जहां उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण थाना प्रभारी की एक न सुनी मामले से जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया ग्रामीणों के द्वारा लगातार दर्ज कराए जा रहे विरोध से समझा जा सकता था
मौके पर पहुंचे तहसीलदार मार्को ग्रामीणों को दी समझाइस
सड़क की मांग को लेकर ग्रामीण हाईवे पर बैठे हुए थे यहां डिंडोरी तहसीलदार मार्को ने पहुंचकर ग्रामीणों से चर्चा की जिसके बाद तहसीलदार डिंडोरी कोतवाली प्रभारी नगपुर के साथ मांग मार्ग को देखने पहुंचे यह ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि हाईवे से सुख्खार रैयत पहुंच मार्ग दूरी लगभग डेढ़ से 2 किलोमीटर की है इस बीच 11 भूमि स्वामी की जमीन है जिनमें से सात लोगों के द्वारा सड़क मार्ग के लिए अपनी जमीन पंचायत को देने पर सहमति दी है लेकिन चार लोगों से बात करने पर सार्थक निष्कर्ष नहीं निकल पा रहा है जिसके चलते हाईवे से सुख्खार रैयत पहुंच मार्ग नहीं बन पा रहा है इसी मार्ग को लेकर ग्रामीण प्रशासन के सामने गुहार लगा रहे हैं
एम्बुलेंस,हादसे में पीड़ित बच्ची को अस्पताल पहुंचाने के लिए दिया रास्ता
सड़क की मांग को लेकर जबलपुर हाइवे पर चक्का जाम कर रहे ग्रामीण महिला पुरुषों के द्वारा जबलपुर की ओर एंबुलेंस वाहन को जाने के लिए रास्ता दिया गया तो वही एक मासूम लगभग 8-9 वर्षीय बालिका हांथ में बर्न की शिकार हो गई जिसे उसके परिजन मोटरसाइकिल में बैठा कर इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर जा रहे थे लेकिन मुख्य मार्ग पर जाम लगा होने के चलते वही रुक गए इस दौरान बच्ची दर्द व जलन पीड़ा से तड़प रही थी चक्काजाम कर रहे लोगों ने बच्ची की हालत देखी तो सभी ने तत्काल मोटरसाइकिल के लिए रास्ता छोड़ दिया और पीड़ित बच्ची को तत्काल जिला अस्पताल के लिए रवाना किया
महिला प्रदर्शनकारी मोटरसाइकिल चालक के बीच विवाद
हाईवे पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण महिला पुरुषों के द्वारा जब प्रदर्शन किया जा रहा था तो इस दौरान एक मोटरसाइकिल चालक जो कि अपने आप को शासकीय कर्मचारी बतला रहा था उसकी एवं विरोध प्रदर्शन में सम्मिलित एक महिला से तू तू मैं मैं शुरू हो गई जहां मोटरसाइकिल चालक रास्ता छोड़ने की बाद प्रदर्शन कर रहे लोगों से कह रहा था तो वही महिला के द्वारा उग्र हो उसकी मोटरसाइकिल की चाबी निकाल कर अपने पास रख ली गई इस दौरान उपस्थित जनों के द्वारा महिला से मोटरसाइकिल चालक की चाबी को वापस कराया गया मोटरसाइकिल चालक इसके बाद जब दूसरे रास्ते से डिंडोरी की ओर जाने लगा तो महिला आग बबूला हो गई और उसने हाथ में पत्थर लेते हुए मोटरसाइकिल चालक को डराने की कोशिश कि जहाँ उपस्थित लोगों ने मामले को शांत कराया सवाल यह है कि जब प्रशासनिक जिम्मेदारों के समक्ष अपनी बात रखनी है तो इस प्रकार उग्र होना किसी के लिए जमीन से पत्थर उठा लेना कहां तक सही है
ग्रामीणों को आगे कर प्रशासन पर दवाव बना रहे कॉलोनाइजर:सूत्र
डिंडोरी जिले से लगे ग्राम पंचायत सुख्खार रैयत आवागमन के तीन मार्ग बर्तमान में है जिनमे औरई मार्ग, गांगपुर मार्ग, एंव बिलैया पेट्रोल पंप के आगे मुख्य हाइवे से सुख्खार रैयत पहुंच मार्ग हैं इन सभी रास्तो से ग्रामवासी दशकों से आवागमन कर रहे हैं लेकिन वर्तमान में ग्राम वासियों के व्दारा जिस रास्ते को लेकर शिकायत प्रर्दशन किया गया है वहाँ पगडंडी मार्ग था जहां ग्रामीण पशु विचरण का कार्य भी करते थे जिससे ग्राम वासियों को कभी कभार अगर जबलपुर या अन्य स्थानों के लिए दूसरे ग्रामों तक जाना होता था तभी वाहन पकड़ने के लिए उस रास्ते का उपयोग ग्रामवासियों के व्दारा किया जाता था लेकिन समय के साथ अनेक ग्राम वासियों ने अपनी जमीनों का क्रय विक्रय कर दिया जिसमें कॉलोनाइजर भी शामिल हैं ग्राम के कुछ लोगों को अपने साथ ले कॉलोनाइजर प्रसाशन को सड़क मांग पत्र, सहित प्रर्दशन कर प्रशासन पर दवाव बना सड़क निर्माण करवाने के लिए हो रही है यह पूरी जानकारी जो हम आपके समक्ष रख रहे हैं वह ग्रामीण विशेष सूत्र के द्वारा उपलब्ध कराई गई है जिससे स्पष्ट होता है कि ग्रामीणों की आड़ में प्रशासन के सामने क्या तस्वीर पेश की जा रही है ग्रामीण सूत्र तो यह भी बतलाते हैं ग्राम पहुंच मार्ग तीन है चौथ की आवश्यकता( मिडवे ट्रीट ) जबलपुर हाइवे से सुख्खार रैयत पहुंच मार्ग कि आवश्यकता ही नही है जिन्होंने प्लाट विक्रय निर्धारित शर्तों पर किया है वह उन शर्तों का पालन करें अब देखना ही होगा की जिम्मेदारों का इस और क्या रुख रहेगा