30-30 वर्षों से मेहदवानी जनपद में जमे पंचायत समन्वयक,पूर्ण जानकारी देने में विभाग को छूट रहा पसीना
स्थानांतरण करना भूले प्रशासनिक जिम्मेदार या नियमों से चल रहा खिलवाड़,
जिले की जनपद पंचायतों में चल रहा खेल
निष्पक्ष जांच आय से अधिक संपत्ति मामला वृहद स्तर पर होगा उजागर: विभागीय सूत्र
डिंडोरी हर पहर खबर गाँव शहर । जिले में अनेक शासकीय विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे अधिकारी कर्मचारी वर्षों से एक ही स्थान पर कुंडली मार कर जमे हुए हैं ऐसे अधिकारी कर्मचारियों पर स्थानांतरण की कार्यवाही का ना होना दर्शाता है कि वर्षों से एक ही स्थान पर जमे हुए जिम्मेदार कितना रसूक रखते हैं और अपने इसी रसूख के चलते टस से मस नहीं हो पा रहे इन अधिकारी कर्मचारियों के एक ही स्थान पर जमे रहने से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला हुआ है जबकि सरकार के द्वारा निर्धारित की गई अधिकारी कर्मचारी के स्थानांतरण समय अवधि नीति का परिपालन निष्पक्षता पूर्ण नहीं हो पा रहा है तो वही इन अधिकारी कर्मचारी के लगातार एक ही स्थान पर जमे होने से अनेकों सवाल खड़े हो रहे हैं विभागीय दृष्टिकोण से निष्पक्षता का परिपालन नहीं किया जा रहा है
सूचना के अधिकार के तहत नहीं दे रहे जिम्मेदार सही जानकारी
डिंडोरी जिले के डिंडोरी जनपद पंचायत कार्यालय, शाहपुरा जनपद पंचायत कार्यालय,व मेहदवानी जनपद पंचायत कार्यालय मैं सूचना के अधिकार के तहत आवेदन पत्र प्रस्तुत कर जानकारी मांगी गई कि जनपद पंचायत क्षेत्र मैं कितने पंचायत समन्वयक कार्यरत हैं एंव सभी पंचायत समन्वयक कितने वर्षों से जनपद पंचायत में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और इनका कार्यक्षेत्र सेक्टर कौन सा है पंचायत समन्वय किस ग्राम जिला के निवासी हैं एवं जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत किस सेक्टर में किस दिनांक से कार्यरत हैं वही सूचना के अधिकार की तहत मांगी गई जानकारी जिम्मेदारों के द्वारा आधी अधूरी उपलब्ध कराई गई है जिससे स्पष्ट होता है कि सूचना अधिकारी के द्वारा अपने चहेतों की जानकारी देना नहीं चाहते जिम्मेदार आरटीआई अधिनियम का खुला उल्लंघन भी कर रहे हैं
30 वर्षों से अधिक समय से जमे हैं जनपद मेहदबानी में पंचायत समन्वयक
सूचना के अधिकार के तहत निकाली गई जानकारी में खुलासा हुआ है कि डिंडोरी जिले की जनपद पंचायत मेहदवानी मैं भगोला सिंह मार्को 14,7,1993- महेश उद्दे पंचायत समन्वयक 14,9,1993 से आज दिनांक तक कार्यरत हैं पूर्व में ग्रामीणों के द्वारा जनपद क्षेत्र मेहदवानी में जनपद पंचायत के अधीनस्थ पंचायतों में किए गए भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा अनेकों बार विभागीय अधिकारियों से की जा चुकी हैं लेकिन इन शिकायतों पर निष्पक्षता पूर्ण कार्यवाही पंचायत समन्वयकों के द्वारा नहीं की गई भ्रष्टाचार में लिप्त पंचायत के जिम्मेदारों को पंचायत समन्वयकों के द्वारा बचाने का कार्य प्रसाद वितरण के चलते किया गया है अनवरत यह कार्य तीन दशक से भी अधिक समय से जारी है वही इनकी अभिरक्षा में शासन प्रशासन को अभी तक करोड़ों का नुकसान पहुंचा जा चुका है गलत तरीके से पंचायतों का शासकीय खजाना खाली करने बालों कि राजशाही जीवन शैली बतलाती है कि अवैध तरीके से शासकीय राशि भ्रष्टाचारियों के द्वारा संग्रहित की गई है यह हम नहीं कह रहे विभागीय सूत्रों से जानकारी उपलब्ध कराई गई है जिसकी निष्पक्ष जांच होने पर एक बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है
डिंडोरी शाहपुरा जनपद पंचायत भी नहीं है पीछे चल रहा वर्षों से खेल
बतला दें डिंडोरी जनपद पंचायत क्षेत्र में अधीनस्थ पंचायत समन्वयक दिलीप कुमार श्रीवात्री,2017 से शिवचरण मरकाम पंचायत 08,09,2021,राजकरण मरावी पंचायत समन्वयक 25,03,2008, दयाली सिंह मरावी पंचायत समन्वयक 25,03,2008, शैलेंद्र सिंह पंचायत समन्वयक 25,03,2008 मालती नेताम 25,03,2008 पंचायत समन्वयक डिंडोरी जनपद क्षेत्र में पदस्थ हैं लेकिन सूचना के अधिकार में इन पंचायत समन्वयकों के सेक्टर पंचायत को उल्लेखित नहीं किया गया है जिससे स्पष्ट होता है कि विभागीय अधिकारी ही वर्षों से जमे हुए पंचायत समन्वयकों कि जानकारी देने में विभागीय अधिकारियों के भी पसीने छूट रहे हैं पूर्ण जानकारी उपलब्ध न कराना दर्शाता है विभाग के अंदर कैसे खेल खेला जा रहा है लामू सिंह मालवे 14,05,2018 से पलकी सेक्टर पंचायत में पदस्थ हैं जिनका ग्रह ग्राम, ग्राम पोस्ट बरछा तहसील जिला डिंडोरी, एवं ठगन सिंह मरावी 14,09,2021 सेक्टर पंचायत बसनीयां है जो मूलत: निवासी ग्राम बेदरा पोस्ट नेवसा तहसील एवं जिला डिंडोरी के हैं आज तक लंबे समय से जमे इन पंचायत समन्वयकों को अन्य सेक्टरों में स्थानांतरण क्यों नहीं किया गया प्रशासनिक नियमों से बड़ा क्या इनका रसूक है या मामला कुछ और विभागीय सूत्र बतलाते हैं अगर इनकी आय को लेकर जांच टीम गठित की जाती है तो इनके रहनुमाओं सहित पंचायत समन्वयकों को भ्रष्टाचार मामले से बचाया नहीं जा सकता