स्वास्थ्य विभाग की इंजीनियर ने जिला अस्पताल के सफाई कर्मियों को नाले में उतारा,खड़े होकर नाले से मलवा निकलवाती आई नजर, सफाई कर्मियों ने कहा हमारी मजबूरी
डिंडोरी हर पहर खबर गाँव शहर । जिला अस्पताल परिसर महिला वार्ड एंव ऑक्सीजन प्लांट के पीछे से संचालित नाले के किनारे खड़ी दीवार मुख्यालय में लगातार बारिश होने के चलते ढह गई गनीमत यह रही की कोई बड़ी अनहोनी घटित नहीं हुई जबकि इस नाले के समीप जिला अस्पताल में अपना इलाज कराने के लिए पहुंचने वाले मरीजों के संग उनके परिजन प्रसाधन के लिए उपयोग करते हैं ऐसा हमें जिला अस्पताल के सूत्रों से ही जानकारी प्राप्त हुई है जिला मुख्यालय में लगातार बारिश का कहर जिला अस्पताल की दीवार का ढहने के रूप में देखने को मिला अस्पताल प्रबंधन सूत्रों से ही जानकारी उपलब्ध कराई गई की सोमवार की सुबह लगभग 7:30 और 8:00 बजे यह घटना घटित हुई है दीवार के समीप अस्पताल बिल्डिंग में मरीजों के लिए लगाए गए एसी इनडोर दीवार के संपर्क में आने के चलते दो क्षतिग्रस्त हो गए वही प्राप्त जानकारी के अनुसार नाले से मलवा हटाने अस्पताल प्रबंधन के द्वारा मजदूरों के स्थान पर जिला अस्पताल के सफाई कर्मियों को लगाया गया है जो तस्वीरों में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है जबकि अस्पताल प्रबंधन के द्वारा जिन सफाई कर्मियों से नाले के समीप क्षतिग्रस्त दीवार और उसके मलवे को हटाने में अप्रशिक्षित सफाई कर्मियों को लगाया गया है जबकि इस कार्य को मलवा हटाने वाले प्रशिक्षित मजदूरों के द्वारा पूर्ण कराया जाना था लेकिन जिम्मेदारों के द्वारा ऐसा नहीं कराया जा रहा जो की बड़ी लापरवाही को दर्शाता है जबकि अभी क्षतिग्रस्त दीवार का कुछ हिस्सा बीम के सहारे खड़ा हुआ है जो किसी भी समय नाले में समा सकता है स्वास्थ्य विभाग के सफाई कर्मी जिसे अपनी जान पर खेल हाथों एवं लोहे के सब्बल से तोड़कर हटाने का कार्य कर रहे हैं क्षतिग्रस्त दीवार कभी भी ढह सकती है जिससे कि कोई बड़ा हादसा घटित हो सकता है लेकिन जिम्मेदारों को इससे कोई सरोकार नहीं होना प्रतीत हो रहा है
अस्पताल प्रबंधन को 3 दिनों में भी मलवा हटाने नहीं मिले मजदूर
सवाल यह है कि जब जिला अस्पताल नाले के समीप बनी दीवार बारिश के चलते सोमवार की सुबह ढह गई जिसका मलवा नाले में समा गया जिसे नाले से निकलवाने के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन को तीन दिनों में भी प्रशिक्षित मजदूर नहीं मिल सके जो जिला अस्पताल में सफाई कार्य करने वाले सफाई कर्मियों से इस कार्य मलवा को हटाने मैं लगा दिया गया आखिर किसके निर्देश पर जिला अस्पताल के सफाई कर्मियों से इस कार्य को कराया जा रहा है जिसका जवाब फिलहाल जिम्मेदारों के पास नहीं है
सवाल सुन स्वास्थ्य विभाग की इंजीनियर ने कहा पहले इसे (मोबाइल ) को रोको, सवालों का जवाब देने में इंजीनियर साहिबा को हुई दिक्कत
वही मामले पर स्वास्थ्य विभाग की इंजीनियर मेडम के द्वारा कहा गया कि यहां कोई इमरजेंसी है आप ऐसा क्यों कह रहे हैं की सफाई कर्मियों से बेलदारी का काम करवा रहे हैं ,स्वास्थ्य विभाग की इंजीनियर के द्वारा यह भी कहा गया की दीवार अभी गिरी है जबकि स्वास्थ्य विभाग के ही सूत्रों से हमें प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह दीवार ढह कर नाले में समा गई थी, वहीं मजदूर की उपलब्धता पर स्वास्थ्य विभाग की इंजीनियर के द्वारा कहा गया कि हम इनका अरेंज कर देंगे आप हमें कार्य करने दें, इस दौरान इंजीनियर मैडम सवाल पर नाराज होते हुए बोली की आपको कोई ऑब्जेक्शन है क्या ,स्वास्थ्य विभाग की इंजीनियर को सवाल का पॉइंट ही समझ में नहीं आया और कहने लगी कि इस कार्य को न कराया जाए क्या, स्वास्थ्य विभाग की इंजीनियर के द्वारा कहा गया कि यह आज सुबह की ही बात है अभी बाउंड्री टूटकर तार टूटकर ना गिरे इसीलिए इस कार्य को तुरंत में कराया जा रहा है,अभी तुरंत में हमें कोई मजदूर नहीं मिलेगा इमरजेंसी में हर कंडीशन को हमें सॉल्व करना पड़ता है,अभी जब तक हम मजदूर ढूंढने जाएंगे तब तक यह दीवार गिर जाएगी इसीलिए इस कार्य को करवाया जा रहा है,स्वास्थ्य विभाग की इंजीनियर सुरुचि के द्वारा मीडिया के सवालों पर इस प्रकार की दलील रखते हुए लापरवाही को छुपाने का प्रयास किया गया है जो स्पष्ट नजर आ रहा है,तो वहीं जिला अस्पताल में सफाई का कार्य करने वाले सफाई कर्मियों के द्वारा ऑफ कैमरा कहा गया कि हमारी मजबूरी है जैसा बोलेंगे हमें वैसा कार्य करना पड़ेगा नौकरी जो करनी है,स्पष्ट है कि सफाई कर्मियों की जान से खिलवाड़ की खबर मीडिया को होते ही जिम्मेदारों को खुद को इस मामले से बचाने का रास्ता नजर नहीं आ रहा है बरहाल यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी अस्पताल प्रबंधन की अनेकों कमियां सामने आ चुकी है